NAGDA(MPNEWS24)। शासकीय महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र गुर्जर ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि कोरोना संक्रमण काल में प्रदेश सरकार ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थीयों पर दोहरी मार डाल दी है। संक्रमण के इस दौर में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेश शूल्क में 100 प्रतिशत की वृद्धि कर गरीब विद्यार्थीयों के विरूद्ध फैसला किया है। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर कॉलेज में नवीन एडमिशन यूजी और पीजी की बढ़ी हुई फीस वापस लेने की मांग की है।
गुर्जर ने उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि सत्र के पीजी और यूजी के एडमिशन चालू किए गए हैं यूजी की नए एडमिशन की फर्स्ट काउंसलिंग की लिस्ट जारी की गई है। जिन विद्यार्थियों का लिस्ट में नाम आ गया है उन्हें ऑनलाइन जाकर फीस जमा करनी है पूर्व में यूजी कक्षाओं की फीस 500 से 600 तक होती थी। परन्तु इस वर्ष यूजी की फीस 1000 वसूली जा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां पर कोरोना जैसी महामारी में लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है वहीं उन पर इस तरह फीस बढ़ाकर उन पर बोझ डालना पूरे देश के लिए शर्म की बात है। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री से बढाई गई शूल्क की राशि तत्काल वापस लेने की मांग की है।उच्च शिक्षा विभाग ने दिए हैं निर्देश
उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त डाॅ. धीरेन्द्र शुक्ल ने समस्त शासकीय, अनुदान प्राप्त अशासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों के संचालकों को सत्र 2020-21 के अन्र्गत स्नातक/स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में आॅनलाईन प्रवेश हेतु प्रथम किश्त की प्रवेश शुल्क राशि के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देश में इस बात का उल्लेख किया गया है कि उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय के संदर्भित आदेश द्वारा सत्र 2020-21 के लिए प्रदेश के शासकीय/अनुदान प्राप्त अशासकीय/अशासकीय महाविद्यालयों में स्नातक/स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश हेतु प्रवेश नियम एवं मार्गदर्शी सिद्धांत जारी किये गये हैं। मार्गदर्शिका की कण्डिका 2.3.2 में वर्णिवत प्रावधानों के अनुसार आवेदक को आवंटन पत्र जारी होने के पश्चात संबंधित महाविद्यालय द्वारा निर्धारित प्रवेश शुल्क का 50 प्रतिशत शुल्क आॅनलाईन प्रवेश के समय तथा शेष शुल्क को दो किश्तों में संबंधित महाविद्यालय द्वारा निर्धारित समय अवधि में आॅनलाईन जमा की जाऐ। प्रथम किश्त के रूप में 1000 जमा कर सकेंगे। प्रवेश शुल्क की शेष राषि संबंधित महाविद्यालय द्वारा निर्धारित किश्तों में आॅनलाई जमा की जाऐगी।
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