Nagda(mpnews24)। कोरोना संक्रमण के बढते मामलों को देखते हुए अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी के निर्देश पर नायब तहसीलदार सलोनी पटवा के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम ने सोमवार को बस स्टेण्ड पर मास्क नहीं पहने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई की। इस दौरान कई नागरिकों को मास्क पहनने की समझाईश भी प्रशासनिक अधिकारियों ने दी। गौरतलब है कि विगत कुछ दिनों से शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में एकदम से उछाल आ गया है तथा प्रतिदिन 4-5 संक्रमित मरीज रोजाना जिला प्रशासन द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में आ रहे है। ऐसे में स्थानिय प्रशासन ने मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई की है।
कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार श्रीमती पटवा के अलवा नपा कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे। यहाॅं कार्रवाई करते हुए नपा के दल ने दो दर्जन से अधिक लोगों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कार्रवाई के दौरान यातायात पुलिसकर्मी मुकेश राठौड, नपा राजस्व अधिकारी श्री मीणा, उस्मान बेग, कैलाश मरमट आदि उपस्थित थे।बाॅक्स
मास्क लगाने से हुआ चमत्कार - कहानी दो क्रूज शिप की
शहर के जाने-माने चिकित्सक एवं पूर्व मेडिकल आॅफिसर डाॅक्टर संजीव कुमरावत ने चर्चा में मास्क की उपयोगिता को एक कहानी के माध्यम से बताया। डाॅ. कुमरावत ने कहा कि कोविड-19 जैसी महामारी पर नियंत्रण मास्क पहनने से होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी साधारण मास्क या गमछे या रुमाल का उपयोग करते है, हालांकि इस तरह के मास्क से हम कोरोना वायरस से पुरी तरह बच नही सकते है, क्योकि साधारण मास्क कोरोना वायरस को रोक नही पाता है परंतु यह साधारण मास्क कोरोनावाइरस की मात्रा (वाइरल लोड) को कम कर देता है। यही कोरोना वायरस की मात्रा यानि वाइरल लोड आपकी बिमारी की गंभीरता और ठीक होने के चांस को तय करता है।
डाॅ. कुमरावत ने बताया कि कोरोनावाइरस की कम मात्रा यानि कम इंफेक्शन यानि कम वायरस की ग्रोथ (मल्टीप्लीकेशन) यानि कम लक्षण (या कोई भी लक्षण नही, ए-सिम्टोमेटिक) यानि कम इम्युनिटी रिस्पांस मतलब कम खतरा। दुसरे शब्दों में कहें तो हल्के लक्षण के साथ आसानी से बिना खतरे के ठीक होना।
डाॅ. कुमरावत ने इसे और अधिक बेहतर तीरके से समझाते हुए कहा कि इसको हम कोविड पेनडेमिक के समय दो क्रूज शिप के रिफरेंस मे देखते है। पहला क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेस जापान का था, इस शिप पर कोरोना का संक्रमण हुआ और शिप पर किसी ने भी मास्क नही पहना था परिणामस्वरूप 80 प्रतिशत मरीज सिम्पटोमेटिक यानि लक्षण वाले थे। दुसरा क्रूज शिप अर्जेंटीना का एंटार्टिका शिप था, इस शिप पर भी कोरोना वायरस का अटैक हुआ था परंतु शिप पर मौजुद सभी यात्रियों ने मास्क का उपयोग किया, परिणाम स्वरूप मात्र 20 प्रतिशत मरीज लक्षण वाले यानि सिम्पटोमेटिक थे. 80 प्रतिशत मरीज बिना लक्षण के थे जो आसानी से स्वस्थ्य हो गये। मतलब एक साधारण मास्क पहन कर आप अपनी जिंदगी खतरे से बचा सकते है।
डाॅ. कुमरावत ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि चुकिं कोराना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा वर्तमान समय में है ऐसे में मास्क पहने, दुरी बना कर रखे, बार बार हाथ धोये।
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